जिला न्यायालय परिसर में भी मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालाघाट के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय परिसर, में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
बालाघाट : जून 24, 2024,
प्रधान जिला न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालाघाट के मार्गदर्शन में जिला न्यायालय परिसर, में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का संचालन श्री हेमराज पटले, सेवा निवृत्त व्याख्याता एवं योग शिक्षक, प्रभारी पतंजली पीठ बालाघाट द्वारा किया गया। योगासन में प्रमुख रूप से काकआसन, गरूड़ासन, ताड़ासन, धनुराषन, सिद्धासन, मकरासन, कटिचक्रासन आदि एवं प्राणायाम में कपालभांति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि कराये गये। योग शिविर के पश्चात श्री दिनेश चंद्र थपलियाल, प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा बताया गया कि योग करने से हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहते है, यह केवल एक दिवस के लिए ही नहीं है अपितु योग हमें प्रतिदिन करना चाहिए। श्री सुरेन्द्र सिंह गुर्जर, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बालाघाट द्वारा इस शिविर के लाभ के संबंध में बताया गया कि प्रतिदिन योग करने से हम स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ अपने कार्य में भी एकाग्रता रखते हैं तथा मानसिक एवं शारीरिक थकान से बचते है। योग से हम मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहते हैं।
इस दौरान श्री सुरेन्द्र सिंह गुर्जर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री उत्तम कुमार डार्वी प्रथम जिला न्यायाधीश, श्री मनीष कुमार सिंग मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, श्री अविनाश छारी न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सहित न्यायालय के समस्त कर्मचारीगण लीगल एंड डिफेंस काउंसल सिस्टम के समस्त सदस्यगण उपस्थित रहें।
मई 16, 2024
खरीफ फसलों पर ड्रोन से होगा दवाइयों का छिड़काव
किसानों को कम लागत और कम समय में फसलों पर खाद और पेस्टीसाइड के छिड़काव के लिए तीन ड्रोन मिलेंगे। कृषि विभाग ने बालाघाट, किरनापुर और लांजी में संचालित एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर आर्गनाइजेशन) को ड्रोन संचालित करने वाले जानकार हितग्राही चुन लिए गए हैं। इसके अलावा वारासिवनी, खैरलांजी और कटंगी में तकनीकी रूप से दक्ष हितग्राही की तलाश जारी है।
कृषि उप संचालक राजेश खोब्रागढ़े ने बताया कि यह ड्रोन खाद और को-आपरेटिव क्षेत्र की इफको द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं। किसानों को खेती में राहत के साथ तकनीकी उपयोग को बढ़ावा देना मकसद है। ड्रोन से दवाइयों के छिड़काव से किसानों का समय और लागत दोनों की बचत होती है। जिलेभर में संचालित किसानों के समूहों को यह ड्रोन उपलब्ध कराई जा रही है।
पूर्व में परसवाड़ा और लालबर्रा के एफपीओ को यह ड्रोन उपलब्ध कराई गई थी, जिसकी मदद से इन एफपीओ से जुड़े किसानों के खेतों में दवाइयों का छिड़काव किया गया था। तीन ड्रोन मिलने से तीन तहसीलों के करीब दस हजार से अधिक किसानों को फायदा मिलेगा। खासकर उन किसानों को इसका ज्यादा फायदा मिलेगा, जो बड़े रकबे में खरीफ की फसल लगाते हैं और दवाइयों के छिड़काव के लिए पारंपरिक तरीका अपनाते हैं। इसे लेकर विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर ड्रोन की कार्यप्रणाली, क्षमता आदि की जानकारी दी जा रही है।
रबी में नहीं हुआ ज्यादा उपयोग, खरीफ में मांग ज्यादा
विभागीय जानकारी के अनुसार, पूर्व में बालाघाट जिले को कंपनी ने परसवाड़ा और लालबर्रा में संचालित किसानों के समूह यानी एफपीओ को ड्रोन उपलब्ध कराई गई थी, लेकिन रबी में खेती का कम रकबा और चना, मसूर, गेहूं जैसी फसलों में खाद या दवा के छिड़काव की कम जरूरत के कारण किसानों ने इसमें रुचि नहीं ली, लेकिन विभाग का मानना है कि खरीफ सीजन में जहां खेती का रकबा बढ़ा होता और साथ ही धान जैसी महत्वूपर्ण फसल में दवाइयों के छिड़काव की अधिक जरूरत के कारण किसान इसमें रुचि लेंगे। श्री खोब्रागढ़े ने बताया कि बालाघाट, किरनापुर और लांजी में ड्रोन के संचालन के लिए हितग्राहियों का चुनाव कर लिया गया है। इसके लिए उनकी ड्रोन को संचालित करने की दक्षता, तकनीकी ज्ञान और अभिरुचि को ध्यान में रखा गया है। हालांकि, छाेटे किसानों में इस पहल को लेकर जागरूकता की कमी देखी जा रही है। जिसे लेकर कृषि विभाग लगातार शिविर आयोजित कर रहा है।
शिविरों में दे रहे प्रशिक्षण, बताए इसके फायदे
किसानों को उन्नत तकनीकीयुक्त आधुनिक कृषि की ओर आकर्षित करने के मकसद से किसानों को शिविरों में ड्रोन की मदद से तरल उर्वरक एवं कीटनाशक का छिड़काव करना सिखाया जा रहा है। इसके लिए ड्रोन की मदद से किसानों को खेतों में जाकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही उन्नत आधुनिक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसानों को ड्रोन तकनीक से अवगत कराने के साथ इसकी कीमत से लेकर फायदों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। अत्याधुनिक ड्रोन की 12 से 14 लाख रुपए है। इसमें सामान्य वर्ग के कृषकों को 40 प्रतिशत और अनुसूचित जाति, जनजाति, लघु व सीमांत किसान, महिला किसान को 50 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है तथा किसान लगभग चार से पांच लाख रुपये की छूट पर ड्रोन खरीद सकता है। ड्रोन से दस मिनिट में लगभग एक एकड़ जमीन पर आसानी से छिड़काव किया जा सकता है।
अप्रैल 25, 2024
सर्विस वोटर्स के वोट डाक मत पत्र के स्ट्रांग रूम में रखे गए
कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा और राजनीतिक दलों की उपस्थिति में बुधवार को डाक मत पत्र का स्ट्रांग रूम खोला गया। ज्ञात हो कि जिले के नियमित रूप से सर्विस वोटर्स के मत लिफाफे प्राप्त हो रहे है। प्राप्त लिफाफे आयोग के निर्देशानुसार स्ट्रांग रूम में रखें जा रहें है। सहायक नोडल अधिकारी पीबी श्री गजेंद्र कठाने ने बताया कि बुधवार को 65 इटीपीबीएस प्राप्त हुए है जबकि अब तक कुल 439 इटीपीबीएस पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए है। जिन्हें स्ट्रांग रूम में रखें गए। इस दौरान डाक मत पत्र स्ट्रांग रूम नोडल अधिकारी श्री राहुल नायक, पोस्टल बैलेट नोडल अधिकारी श्री राजेश कुमार खोबरागड़े, सहायक नोडल अधिकारी श्री गजेंद्र कठाने तथा राजनितिक पार्टी से भाजपा के संजय अग्निहोत्री, कांग्रेस के जयदीप सिंह गहरवार, बीएसपी से राजपाल उके, निर्दलीय वैभव मर्सकोले, दिलीप छाबड़ा, रघुवीर चौहान, पोस्टमेन राजेश उइके व अन्य उपस्थित रहे।