जिले में अब तक 40.8 मिमी वर्षा दर्ज
नरसिहंपुर : जून 24, 2024,
नरसिंहपुर जिले में एक जून से 23 जून तक की अवधि में औसत रूप से कुल 40.8 मिमी अर्थात 1.61 इंच वर्षा दर्ज की गयी है। 23 जून की सुबह तक बीते 24 घंटे में जिले में औसतन 5.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इस दिन तहसील नरसिंहपुर में 4 मिमी, गोटेगांव में 12 मिमी, करेली में 7 मिमी और तेंदूखेड़ा में 4 मिमी वर्षा आंकी गई है।
अधीक्षक भू- अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 जून तक तहसील नरसिंहपुर में 31 मिमी, गाडरवारा में 79 मिमी, गोटेगांव में 62 मिमी, करेली में 7 और तेन्दूखेड़ा में 25 मिमी वर्षा आंकी गई है।
इसी अवधि में पिछले वर्ष जिले में औसतन 12.20 मिमी वर्षा हुई थी। इस अवधि में पिछले वर्ष तहसील नरसिंहपुर में 7 मिमी, गाडरवारा में 2 मिमी, गोटेगांव में एक मिमी, करेली में 6 मिमी और तेन्दूखेड़ा में 45 मिमी वर्षा हुई थी।
मई 16, 2024
जेसीबी और पोकलेन से अवैध उत्खनन
जिले की सीमा में आने वाले नर्मदा घाटों से इन दिनों जमकर रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। जिन घाटों पर आम आदमी का पहुंचना मुश्किल है वहां पर पाेकलेन और अन्य मशीनें लगाकर नर्मदा से अवैध तरीके से रेत निकाली जा रही है। गोटेगांव के ब्रम्हकुंंड और बरमान समेत कई घाटों पर अवैध तौर पर रेत निकाली जा रही है। जिनको अवैध रेत उत्खनन रोकने की जिम्मेदारी दी है, उनमें से कई बाईपास पर जाकर सिर्फ ट्रक और डंंपर की जांच कर खानापूर्ति कर रहे हैं। उन्हें न तो अवैध उत्खनन से मतलब है और न ही अवैध रेत ढुलाई से।
गाडरवारा केछोटा तेदूखेड़ा ग्राम पंचायत छीता रेवा नदी में ग्राम के ही रहने वाले गुड्डा पाल, सतीश कौरव, महेन्द्र कौरव, राकेश कौरव, सोमनाथ कौरव नियम, कायदों को धता बताते हुए उत्खनन मशीनों के जरिए नदी का सीना छलनी कर रहे हैं। नदी के अंदर हाईवा और डंपर वाहन आसानी से पहुंच सकें, इसके लिए धाराओं को मोड़कर अस्थाई रास्ते बना दिए गए हैं।
गोटेगांव के ब्रम्हकुण्ड में बड़ी-बड़ी मशीनों के माध्यम से रेत का खनन किया जा रहा है। जानकार बताते है, कि दिन रात अवैध रूप से हाईवा के माध्यम से निकाली गई रेत का परिवहन किया जा रहा है। अवैध उत्खननकारियों ने नदी में मशीनों के माध्यम से बडे़-बडे़ गढ्डे कर दिये है। वही नदी की धारा को भी प्रभावित किया है।
नर्मदा की हत्या के प्रयास के तहत मामला दर्ज किया जाएगा
नर्मदा मध्य प्रदेश और गुजरात राज्य में बहने वाली एक प्रमुख नदी है। सरकार स्पष्ट कर चुकी है कि लोग अवैध तरीके से मशीनों के माध्यम से नर्मदा में रेत उत्खनन कर रहे हैं, उन पर मां नर्मदा की हत्या के प्रयास के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
एमपी सरकार ने मई 2017 में नर्मदा को जीवित इकाई किया था घोषित
नरसिंहपुर विधायक व प्रदेश के ग्रामीण एवं पंचायत मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा था, कि सरकार ने निर्देश दिए हैं, कि मशीनों से किए जा रहे उत्खनन को रोकने के लिए उत्खनन स्थलों पर सघन निगरानी रखी जाए और जिन रास्तों से होकर रेत का परिवहन किया जाता है। उन पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जाए, मध्य प्रदेश सरकार ने मई 2017 में नर्मदा को जीवित इकाई घोषित किया था। अगर अवैध रूप से रेत का परिवहन करने वाले ट्रेक्टराें और हाईवा को राजसात करने की कार्रवाई की जाएगी।
अप्रैल 25, 2024
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने मंडी परिसर में मतदान सामग्री वितरण की व्यवस्थाओं का लिया जायजा
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती शीतला पटले ने आज कृषि उपज मंडी परिसर नरसिंहपुर पहुंचकर मतदान सामग्री वितरण की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
कलेक्टर ने निरीक्षण में सभी नोडल अधिकारियों और एआरओ को मतदान सामग्री वितरण के संबंध में आवश्यक निर्देश देते हुये कहा कि मतदान सामग्री का वितरण व वापसी के समय मतदान दल को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मतदान सामग्री का वितरण मंडी परिसर से 25 अप्रैल को सुबह 7 बजे से शुरू हो जायेगा। विधानसभा नरसिंहपुर, तेंदूखेड़ा व गाडरवारा के लिये मतदान सामग्री वितरण मंडी परिसर नरसिंहपुर से होगा। मतदान दलों को मतदान सामग्री उनकी टेबिल पर ही उपलब्ध कराई जायेगी। इसके लिए मंडी परिसर के शेड में विधानसभावार व्यवस्थायें की गई हैं। उन्होंने मूल आदेश वितरण, सामग्री वितरण काउंटर, सेक्टर अधिकारियों की बैठक व्यवस्था, भोजन व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, पार्किंग, स्वास्थ्य सुविधा, साउंड सिस्टम, शौचालय सहित अन्य तैयारियों की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।