जनप्रतिनिधियों ने गो माता का पूजन कर मनाया गोवर्धन पर्व
बैतूल : नवम्बर 04, 2024
गोवर्धन पूजा के अवसर पर शनिवार को जिले भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने गोवर्धन पूजा एवं गौशालाओं में गोवंश की पूजा कर उनकी सेवा की। इस अवसर पर भैंसदेही विधायक श्री महेंद्र सिंह चौहान ने श्री गुरुदेव तपश्री गौशाला सिपलाइ में गोवर्धन पूजा अर्चना की। विधायक श्री चौहान ने कहा कि हमारी संस्कृति ‘उत्सव प्रधान’ संस्कृति है। हमारे वेदों में कहा गया है “गावो विश्वस्य मातरः” गाय संसार की माता है। गौ माता संपूर्ण मानव जाति के लिए पूजनीय है। आज ही के दिन गौ सेवा नहीं बल्कि समय-समय पर गो सेवा करते रहना चाहिए, ताकि पुण्य लाभ प्राप्त हो सके। कार्यक्रम के दौरान विधायक श्री चौहान ने पशुपालकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया गया। इसके अलावा ताप्ती गौशाला पारसडोह धनोरा एवं मां पार्वती धाम गौशाला वडाली में गोवर्धन पूजा की गई। इस अवसर पर समूह की अध्यक्ष श्रीमती बाली मालेवार, सरपंच श्री मुन्नीलाल मर्सकोले, धर्मेन्द्र साहू, मामराज धुर्वे, बलदेव कुमरे, जयवन्ति कुमरे, संजय अहाके, पंच गण, जिला पंचायत सदस्य, सरपंच, जनपद पंचायत सदस्य तथा गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
दो बूंद जिंदगी- पल्स पोलियो अभियान का मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की अपील से शुभारंभ
बैतूल : जून 24, 2024
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा रविवार को जिले में राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.रविकांत उईके ने बताया कि नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री हंसराज धुर्वे द्वारा जिला चिकित्सालय बैतूल परिसर के नवीन भवन में प्रात: 7:30 बजे नवजात शिशुओं को पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया गया। अभियान के प्रारंभ में कु.हर्षा पिता श्री अजय खरे, कु.प्रीति पिता श्री राहुल राठौर, कु.माया पिता श्री अजय खरे, प्रियांश पिता श्री दशन पंद्राम को दो बूंद जिंदगी की पोलियो की खुराक दी गई। समाचार लिखे जाने तक पल्स पोलियो अभियान के प्रथम दिवस 23 जून 2024 को लगभग 1 लाख 18 हजार 216 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई।
मुख्यमंत्री के अपील का किया वाचन
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री हंसराज धुर्वे द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के अर्द्ध शासकीय पत्र की अपील 0 से 5 वर्ष का एक भी बच्चा पोलियो खुराक लेने से न छूटे ऐसा प्रयास करें, टीकाकरण चाही गई आवश्यकता हो थोपी गई नहीं के प्रसार का सार्थक प्रयास करें का वाचन किया गया।
बूंद जिंदगी की पिलाकर बच्चों को विकलांग होने से बचाएं
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती बारस्कर ने कहा कि राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान में 0 से 5 वर्ष आयु के बच्चों को नजदीकी पोलियो बूथ में जाकर दो बूंद जिंदगी की अवश्य पिलाएं और जिले को पोलियो मुक्त बनाए रखने में अपना योगदान दें। जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री हंसराज धुर्वे ने कहा कि दो बंूद जिंदगी की पिलाकर अपने बच्चों को विकलांग होने से बचाएं एवं स्वास्थ्य विभाग, ग्राम पंचायत, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता ऐसा प्रयास करें कि कोई भी बच्चा छूट न पाये।
पोलियो की दवा से बढ़ती है रोग प्रतिरोधक क्षमता
डॉ.उइके ने बताया कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो वायरस के कारण होती है, आसपास के पड़ोसी देशों में पोलियो के केस मिल रहें हैं, इसलिये हमें बच्चों को पोलियो की दवा पिलाकर प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखना है।
1 लाख 68 हजार 416 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.ए के भट्ट ने बताया कि जिले में अभियान 25 जून 2024 तक चलाया जाएगा। अभियान के माध्यम से 0 से 5 वर्ष तक के अनुमानित शहरी क्षेत्र के 22 हजार 904 एवं ग्रामीण क्षेत्र के 1 लाख 45 हजार 512 कुल 1 लाख 68 हजार 416 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि 236 शहरी एवं 1683 ग्रामीण कुल 1909 पोलियो बूथ पर 4036 कर्मचारी द्वारा पोलियो की दवा पिलाने का कार्य किया जा रहा है।
इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी बैतूल श्री राजीव कहार, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ.अशोक बारंगा, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.राजेश परिहार, आरएमओ डॉ.रानू वर्मा, जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ.आनंद मालवीय, एसएमओ डब्ल्यूएचओ डॉ.अविनाश कनेरे, डीपीएम डॉ.विनोद शाक्य, उप जिला मीडिया अधिकारी श्री महेशराम गुबरेले, प्रभारी परिवार कल्याण कार्यक्रम श्री भगत सिंह उइके, हॉस्पिटल मैनेजर श्री दशन पंद्राम, आरबीएसके मैनेजर श्री योगेन्द्र दवंडे, डाटा मैनेजर श्री तापीदास चढ़ोकार, एपीएम शहरी क्षेत्र बैतूल श्री प्रकाश माकोड़े, जिला चिकित्सालय की नर्सिंग ऑफिसर, धात्री माताएं मौजूद रही।
मई 16, 2024
मधुमक्खियों के हमले में सौ से अधिक लोग घायल
बैतूल जिले में मधुमक्खी काटने से सौ से अधिक लोगों के घायल होने का मामला सामने आया है। तीन जगह घटनाएं घटी हैं। कई लोगों को अस्पताल में उपचार जारी है।
बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाले मुलताई क्षेत्र के ग्रामो में खेतों में देवस्थानों पर ग्रामीणों द्वारा चोटी का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इसमें देवस्थान पर पूजा करने के बाद बकरे एवं मुर्गे की बलि देकर खाना बनाया जाता है। जिसके बाद सभी लोग भोजन करते है। इस कार्यक्रम में परिजनों के अलावा रिश्तेदार, ग्रामीण एवं दोस्त शामिल होते है। बुधवार को भी ग्राम खैरवानी, पारडसिंगा एवं देवरी में अलग-अलग चोटी के कार्यक्रम आयोजित थे। इस दौरान खेतों पर स्थित पेड़ों पर लगे मधुमक्खियों के छातों में बैठी मधुमक्खियां खेत में भोजन बनाने के लिए जल रहे चूल्हों से निकले धुएं के कारण उड़ने लगी और वहां उपस्थित लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इससे तीन स्थानों पर चोटी में शामिल होने आए करीब एक सैकड़ा लोग घायल हो गए। इसमें से करीब आधा सैकड़ा लोग उपचार कराने के लिए नगर के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। जहां पर उनका उपचार चालू है।
खेत में था चोटी का कार्यक्रम
क्षेत्र के ग्राम पारडसिंगा में स्कूल के पीछे खेत में स्थित देवस्थान पर चोटी का कार्यक्रम आयोजित था। जहां पर चोटी का कार्यक्रम हो रहा था इस दौरान मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। इसमें शामिल आयुष अनिल, लक्ष्मण हरदयाल, अनिता पन्नालाल एवं नागपूर, पाथाखेड़ा सारणी सहित अन्य ग्रामों के करीब 70 लोग घायल हो गए। ग्रामीणों ने बताया हमला करने के बाद मधुमक्खियां गांव में घुस गई और लोगों को अपना निशाना बना रही है।
खैरवानी में एक दर्जन से अधिक घायल
ग्राम खैरवानी में खेत में आयोजित चोटी के कार्यक्रम में भी मधुमक्खियों के हमले में करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। जिसमें ग्राम खैरवानी निवासी मनीराम रखनपत, दुर्गा नदंराम, राजकिशोर झनकलाल, अनिता ईश्वर, लालू विठोबा, सरस्वती गुलाबराव,सहित अन्य लोग घायल हो गए।
अप्रैल 25, 2024
शव यात्रा लेकर जा रहे लोगों पर मधुमक्खियों ने किया हमला
खेड़ी सांवलीगढ़ में हुई घटना। शवयात्रा लेकर ताप्ती नदी के मोक्षधाम जा रहे थे ग्रामीण। रास्ते में बड़ के वृक्ष के नीचे मधुमक्खियों ने किया हमला।
जिले के ग्राम खेड़ी सांवलीगढ़ में बुधवार दोपहर में शव यात्रा लेकर जा रहे लोगों पर मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। इसमें पांच लोग घायल हुए हैं। मधुमक्खियों के हमले से शवयात्रा में भगदड़ मच गई और लोग शव को वहीं छोड़कर तितर-बितर हो गए। मधुमक्खियों के शांत होने के बाद लोग पुन: एकत्रित हुए और अर्थी को ताप्ती नदी के मोक्षधाम ले जाया गया और उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।
यह है घटनाक्रम
प्राप्त जानकारी के अनुसार खेड़ी सांवलीगढ़ में बुजुर्ग भैया लाल किरोदे का लंबी बीमारी के बाद बुधवार सुबह निधन हो गया था। अंतिम संस्कार के लिए जब शव यात्रा लेकर लोग जा रहे थे, तभी बड़ के पेड़ के नीचे पहुंचने पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। सभी लोग अर्थी को पेड़ के नीचे ही छोड़कर उनके हमले से बचने के लिए आसपास भाग गए। जब मधुमक्खियां शांत हो गईं, तब कुछ लोग पहुंचे और अर्थी को ताप्ती घाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
एक हफ्ते पहले सीहोर में भी हुई थी घटना
गौरतलब है कि एक हफ्ते पहले सीहोर के ब्रिजिश नगर ग्राम में भी ऐसी ही घटना हुई थी, जहां पर पूर्व सरपंच राम सिंह वर्मा के निधन के बाद शव यात्रा लेकर जा रहे ग्रामीणों पर रास्ते में पीपल के पेड़ पर लगे छत्ते से निकली मधुमक्खियों के झुंड ने हमला कर दिया। मधुमक्खियों के उस हमले में करीब 50 ग्रामीण घायल हुए थे।