पी. एच. सी. मुंगवानी में प्रसूति महिलाओं को दिया गया आयुर्वेद नवाचार के अंतर्गत लाभ
पी. एच. सी. मुंगवानी में प्रसूति महिलाओं को दिया गया आयुर्वेद नवाचार के अंतर्गत लाभ
सिवनी : Nov, 04, 2024,
संचालनालय आयुष मध्यप्रदेश के आदेशानुसार एवं जिला आयुष अधिकारी सिवनी डॉ. यशवंत कुमार माथुर के मार्गदर्शन में नवम आयुर्वेद दिवस वैश्विक स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद नवाचार के अंतर्गत पी. एच. सी. मुंगवानी में महिलाओं को आयुर्वेद की महत्ता बताते हुए दिनचर्या, रात्रिचर्या एवं ऋतुचर्या के लाभ एवं महिला स्वास्थ्य एवं गर्भावस्था संबंधी समस्याओं के प्रति आयुर्वेद के समग्र द्रष्टिकोण जैसे योगासन, आहार, विहार को समझाया गया तथा जीवन शैली संबंधित दिशा निर्देश देकर आयुर्वेद के माध्यम से महिलाओं के सामान्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया गया।
डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑनलाईन काउंसलिंग के लिए समय सारणी जारी
डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑनलाईन काउंसलिंग के लिए समय सारणी जारी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए ऑनलाईन काउंसलिंग के लिए समय सारणी जारी
सिवनी : जून 24, 2024
प्राचार्य शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय सिवनी द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि सत्र 2024-25 में सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में प्रवेश हेतु ऑनलाईन काउंसिलिंग समय सारणी जारी की गई है। प्रथम चरण का पंजीयन 17 जुलाई रात्रि 11:45 तक किया जा सकेगा। प्रवेश हेतु इच्छुक छात्र/छात्राएं www.dte. mponline.gov.in में जाकर काउंसलिग के लिये “कोर्स चुने” ऑप्सन का चयन करें तथा डिप्लोमा प्रोग्राम के अंतर्गत “इंजीनियरिंग डिप्लोमा’ का चयन कर प्रवेश के संबंध में समस्त जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, अथवा निम्न नम्बरो पर संपर्क करें श्री आर. के. दुबे विभागाध्यक्ष /नोडल आफिसर मो.नं. 9329937239, श्री पी. एस. बघेल, प्र. विभागाध्यक्ष सिविल इजी मो. नं. 8109406225 श्री देवेश मेहरा, प्र.मैकेनिकल इंजीनियरिंग मो नं. 9424666641 श्री के. के. मेश्राम प्र. विभागाध्यक्ष इलेक्ट्रिकल इंजी. मो.न. 9993798079 श्री आशिष मरावी प्र. विभागाध्यक्ष कम्प्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग मो. नं. 9424341380 श्री के. एल बारसिथा, प्र. प्रवेश मो.नं. 6260272805 से संपर्क कर सकते है। डिप्लोमा पाठ्यक्रम की उपयोगिता तथा प्रवेश संबंधी जानकारी प्रदान करने हेतु पॉलीटेकनिक महाविद्यालय सिवनी में दिनांक 28/06/2024 को प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 01.00 बजे तक परिचर्चा का आयोजन किया जाएगा जिसमें प्रवेश हेतु इच्छुक छात्र/छात्राएं तथा अभिभावकगण उपस्थित होकर लाभ ले सकते हैं।
मई 16, 2024
बारिश के दौरान आसमान से बिजली गिरने पर दो की मौत, एक झुलसा
इन दिनों जिले भर में गरज-चमक के साथ वर्षा, ओलावृष्टि, तेज हवाओं के चलते जनजीवन जहां बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। धूमा क्षेत्र के कई गांव में मंगलवार को गरज-चमक के साथ हुई तेज वर्षा के दौरान आसमानी बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति झुलस गया है, जिसे उपचार के लिए मेडिकल कालेज जबलपुर ले जाया गया है।
धूमा थाना प्रभारी सतीश उईके ने बताया कि आसमानी बिजली से गिरने से भुरकुंडी गांव निवासी विनीता पति विनोद मरावी (26) व केवलारी धाधर खैरी थाना धूमा निवासी दशरथ पुत्र ऐतन यादव (45) की मौत हो गई। वहीं बंटवानी घंसौर निवासी बुद्धू सिंह पुत्र चतुरसिंह (48) रहलोनरोड गांव के पास आसमानी बिजली गिरने से झुलस गया, जिसे उपचार के लिए धूम अस्पताल लाया गया।यहां प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने मेडिकल कालेज जबलपुर रेफर कर दिया जहां उसका उपचार जारी है।
अप्रैल 25, 2024
कृषक श्री सनोडिया एवं श्री पंचेश्वर ने नरवाई न जलाकर डिकम्पोजर के माध्यम से बनाई खाद नरवाई से बनी खाद से बढ़ा फसल उत्पादन
विकासखण्ड सिवनी के ग्राम एरपा के कृषक दुलीचंद सनोडिया द्वारा डिकम्पोजर का उपयोग कर नरवाई का बेहतर प्रबंधन किया है। साथ ही साथ नरवाई से खाद बनाकर अपनी कृषि आय को भी बढ़ाया है। कृषक श्री सनोडिया बताते हैं कि उनके द्वारा खेत में नरवाई नही जलाई जाती बल्कि डिकम्पोजर का उपयोग कर के नरवाई को खाद के रूप में बदल देते हैं। जिसका उपयोग उनके द्वारा आगामी फसलों में किया गया। इसके साथ ही उन्होंने डिकम्पोजर का प्रयोग बीज उपचार एवं खड़ी फसल में पर्णीय छिड़काव में भी किया है। जिससे उन्हें फसल में अच्छा लाभ मिला तथा गेंहू फसल में प्रति एकड़ 19 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त हुआ। ऐसा ही उदाहरण सिवनी विकासखण्ड के ग्राम पीपरडाही के कृषक अर्जुन पंचेश्वर द्वारा भी प्रस्तुत किया गया है। कृषक अर्जुन पंचेश्वर द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा खेत में नरवाई नही जलाई जाती बल्कि डिकम्पोजर का प्रयोग कर के नरवाई को खाद के रूप में बदल देते हैं। कृषक श्री अर्जुन पंचेश्वर बताया कि डिकम्पोजर खाद के उपयोग से उन्हें इसका लाभ आगामी फसल में होता हैं, उनके द्वारा 1 एकड़ में 3 से 4 फसल जिसमे मक्का , स्वीट कॉर्न, गोभी, लौकी आदि शामिल हैं। नरवाई के डिकम्पोजर के माध्यम से प्रबंधन से कृषक श्री पंचेश्वर न केवल आय बढ़ी है साथ ही पर्यावरण का संरक्षण भी हुआ हैं।