गुना जिले में म.प्र. लोक सेवा आयोग की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से हुई संपन्न..
जिले के 6 परीक्षा केन्द्रों पर 2723 आवेदकों में से पहली पाली में 2164 तथा दूसरी पाली में 2140 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा ..
गुना : जून 24, 2024,
कलेक्टर डॉ सतेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग, इन्दौर के निर्देशानुसार म.प्र. राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 दिनांक 23 जून 2023 को जिला मुख्यालय के 06 परीक्षा केन्द्रों पर दो सत्रों में आयोजित परीक्षा शांतपूर्ण सम्पन्न हुयी। जिसमें कुल 2723 में से पहली पाली 2164 सम्मलित हुए तथा लगभग 20.53% अनुपस्थित रहे। इसी प्रकार दूसरी पाली में 2140 परीक्षार्थी सम्मिलित हुए तथा लगभग 21.41% अनुपस्थित रहे।
राज्य सेवा परीक्षा के सफल संचालन एवं शांतिपूर्ण सम्पन्न होने के लिए डिप्टी कलेक्टर श्रीमति जिया फातिमा को परीक्षा प्रभारी नियुक्त किया गया था। उन्होंने बताया कि आज गुना जिले में 6 परीक्षा केंद्र स्थापित किये गए थे, जिसमें परीक्षा केन्द्र प्रेसीडेंसी हायर सेकेंडरी स्कूल दुबे कॉलोनी गुना, शास. उत्कृष्ट हायर सेकण्डरी स्कूल गुना, आकांक्षा पब्लिक हायर सेकण्डरी स्कूल कैन्ट गुना में, एस.एल. मेमोरियल सीनियर सेकण्डरी स्कूल गुना, मॉडर्न चिल्ड्रन हायर सेकण्डरी स्कूल गुना तथा शा.स्नातकोत्तर महाविद्यालय गुना शामिल थे। सभी परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारियां की गई थी, इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री संजीव कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस व्यवस्था भी चौकस रही।
आयोग द्वारा गुना के लिए संभागीय पर्यवेक्षक श्री शेखर वर्मा से.नि. आईएएस को संभागीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था। जिनके द्वारा परीक्षा केन्द्रों का भी सतत निरीक्षण किया गया। इसी प्रकार कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह द्वारा आज आयोजित परीक्षा के लिये सफल एवं सुचारू संचालन के लिए श्रीमती जिया फातिमा डिप्टी कलेक्टर को परीक्षा प्रभारी नियुक्त किया गया था और शांति व कानून व्यवस्था की दृष्टि से राजस्व अधिकारियों के उड़नदस्ता दल गठित किये गए थे, जिन्होंने परीक्षा केन्द्रों का सतत् निरीक्षण किया गया।
मई 22, 2024
भीषण सड़क दुर्घटना में 08 व्यक्तियों की मृत्यु होने पर उनके निकटतम वारिसों को 32 लाख 50 हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत
दिनांक 15 मई 2024 को जिला इंदौर के बेटमा अंतर्गत इंदौर अहमदाबाद राजमार्ग पर भीषण सड़क दुर्घटना में जिले के निवासी 08 व्यक्तियों की दु:खद मृत्यु होने से उनके निकटतम वैध वारिसों को राशि रूपये 4 लाख के मान से राशि रूपये 32 लाख एवं 01 व्यक्ति के घायल होने पर उनके उपचार हेतु राशि रूपये 50 हजार इस प्रकार कुल रूपये 32 लाख 50 हजार राशि की व्यक्तिगत आर्थिक सहायता स्वेच्छा अनुदान मद से स्वीकृत की गई है।
कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह द्वारा दु:खद घटना होने पर मृतकों के निकटतम वारिसों को आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत करने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया था।
मई 16, 2024
खड़े डंपर से टकराई थी कार, आठ लोगों की मौके पर ही मौत
हादसा बुधवार रात करीब साढ़े दस घाटाबिल्लौद के पास हुआ था। पुलिस को रात में सूचना मिली थी। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि कार MP 43 BD 1005 में नौ लोग सवार थे। जो तेज रफ्तार में थी, सड़क किनारे रेत से भरा डंपर खड़ा था, जिससे कार पीछे से जा भिड़ी। हादसा इतना खतरनाक था कि कार पूरी तरह पिचक गई। उसमें बैठे लोग उसी में फंस गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को निकालने की कोशिश शुरू की। शव इतनी बुरी तरह फंसे थे, कि उन्हें निकालने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत की गई। शवों की तस्वीरें भयावह थी।
मध्य प्रदेश पुलिस ने बताया कि इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर घाटाबिल्लौद के पास एक जीप की अज्ञात वाहन से टक्कर हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रूपेश कुमार द्विवेदी ने बताया, हादसे में आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि एक अन्य व्यक्ति घायल है। आशंका है कि डंपर रेती से भरा हुआ था, क्योंकि घटना स्थल पर रेती बिखरी हुई है।
पुलिस ने बताया कि जानकारी मिली है कि ये लोग बाग टांडा से गुना जा रहे थे, तभी हादसे का शिकार हो गए। घटना के बाद जिस वाहन से कार टकराई थी वो वाहन चालक भाग निकला। मृतक में शामिल एक शख्स कमलेश के पास से पुलिस का कार्ड भी मिला है। इसमें शिवपुरी में पोस्टिंग होने की बात सामने आई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर अज्ञात वाहन की तलाश में जुटी है।
एक पुलिस कॉन्स्टेबल की भी मौत
डीएसपी ग्रामीण उमाकांत चौधरी ने बताया कि हमें बेटमा पुलिस स्टेशन सीमा में इंदौर-अहमदाबाद हाईवे पर एक कार दुर्घटना की सूचना मिली थी। एक बोलेरो एसयूवी दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी और कार में सवार 9 लोगों में से 8 की मौत हो गई है। सभी लोग गुना की ओर जा रहे थे। हादसे में एक पुलिस कॉन्स्टेबल की भी मौत हो गई है। मौके पर मौजूद जवानों ने सभी शवों को इंदौर भेजा है। जीप की जिस गाड़ी से भिड़ंत हुई, वह वाहन मौके पर मौजूद नहीं है। माना जा रहा है कि हादसे के बाद चालक गाड़ी समेत फरार हो गया।
अप्रैल 25, 2024
संपदा 2.0 सॉफ्टवेयर में नियमित रजिस्ट्री
जिला पंजीयक श्री गोर्वधन प्रसाद द्वारा दी गई जानकारी अनुसार मध्यप्रदेश शासन की आकांक्षी योजना के तहत प्रदेश के 4 जिले जिसमें गुना के अतिरिक्त रतलाम, हरदा एवं डिण्डोरी शामिल में ऑनलाइन पंजीयन की उन्नत एवं परिमार्जित प्रणाली सम्पदा 2.0 लागू की गई है। कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. सतेन्द्र सिंह के निर्देशन में गुना जिले में संपदा 2.0 साफ्टवेयर पर मुख्यालय पंजीयन कार्यालय गुना में पंजीयन किया जा रहा है।
संपदा 2.0 में इलेक्ट्रॉनिकली पंजीकृत दस्तावेजों का निष्पादन एवं सत्यापन संपदा पोर्टल से ऑनलाइन ही किया जाता है तथा उक्त इलेक्ट्रॉनिकली पंजीकृत दस्तावेजों पर भार का सृजन भी इलेक्ट्रॉनिकली ही किया जायेगा। इस संबंध में पंजीयन से संबंधित सभी हितधारकों का प्रशिक्षण ई-दक्ष केन्द्र गुना में आयोजित किया गया।
मुख्यालय पंजीयन कार्यालय गुना में जनसामान्य की सुविधा एवं हितों के संरक्षण के साथ पारदर्शिता के साथ राजस्व अर्जन की कड़ी में सम्पदा 2.0 प्रणाली के माध्यम से पूर्व में एकपक्षीय दस्तावेज 03 पॉवर ऑफ अटॉर्नी, 02 वसीयत का पंजीयन सफलतापूर्वक करने के उपरांत आज 24 अप्रैल 2024 को द्विपक्षीय दस्तावेज हस्तांतरण पत्र/ विक्रय दस्तावेज का पंजीयन किया गया। विक्रय पत्र के पक्षकार जिले के सुदूरवर्ती ग्राम उकावद के निवासी विक्रेता श्री अशोक सिंह पिता रणधीर सिंह एवं क्रेता श्रीमती ज्योति रघुवंशी पत्नी शत्रुघ्न रघुवंशी के मध्य निष्पादित हुआ।
उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन पंजीयन की उन्नत एवं परिमार्जित प्रणाली सम्पदा 2.0 में पक्षकारों का सत्यापन आधार ओ.टी.पी. के माध्यम से किया जाता है तथा मोबाइल एप के माध्यम से जियो टैगिंग करते हुये सम्पत्ति का मूल्यांकन किये जाने का प्रावधान है। कोई भी पक्षकार मोबाइल एप की सहायता से अपनी सम्पत्ति का मूल्यांकन कर सकता है।
ई-पंजीयन एवं ई-स्टाम्पिंग की प्रचलित प्रणाली में भविष्य की आवश्यकताओं एवं बेहतर नागरिक सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये उन्नत संस्करण संपदा 2.0′ का विकास कर प्रचालन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ऑनलाइन पंजीयन एवं ई-स्टाम्पिंग की इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली “संपदा” की शुरूआत मध्यप्रदेश में 2015 में हुई, जिसमें जनहित को दृष्टिगत रखते हुये उत्तरोत्तर गुणात्मक सुधार किया गया है।