मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में फेमिना मिस इंडिया निकिता पोरवाल ने ताज पहनकर बाबा महाकाल के दर्शन किए. अब इसे लेकर नया विवाद शुरू हो गया है. महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने इस पर आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि भगवान महाकाल अवंतीका के राजा माने जाते हैं. किसी भी व्यक्ति को उनके सामने सिर पर पगड़ी, टोपी या ताज पहनकर जाने की अनुमति नहीं होती. ऐसा करना मंदिर की मर्यादा का उल्लंघन माना जाता है.
महाकाल मंदिर के महेश पुजारी ने मिस निकिता के मंदिर दर्शन को लेकर सवाल खड़े किए और कहा कि महाकाल मंदिर की कुछ मर्यादा हैं. यहां का एक प्रोटोकाल भी है और एक ड्रेस कोड भी है. ड्रेस कोड जो है उसकी मर्यादा का पालन करना होता है. भगवान महाकाल अवंतिका के राजा हैं. तो राजा के सामने कोई भी व्यक्ति न तो पगड़ी बांधकर, न सिर पर कपड़ा बांधकर, न सिर पर कफन टाइप कपड़ा बांधकर और न टोपी, कैप पहनकर जाते हैं. ये महाकाल महाराज के राजाधिराज की मर्यादा है और उस का पालन भी मंदिर समिति समय समय पर करती है.
महाकाल मंदिर के पुजारी महेश शर्मा ने कहा कि निर्देश भी देती है कई बार भगवान महाकाल राजाधिराज के सामने लोग पगड़ी ,टोपी और ताज पहनकर आ जाते हैं. एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. उज्जैन की बालिका मिस इंडिया बानी हैं. उनको जो ताज मिला है वह गर्व की बात है. भगवान महाकाल उन्हें और यशस्वी भी करें, लेकिन वह ताज का भगवान महाकाल के समक्ष पहन के जाना कम से कम थोड़ी सी मर्यादा के अनुकूल नहीं है. वो वहां जाकर ताज हाथों में ले जाकर भगवान महाकाल की शरण में रखें और उनसे प्रार्थना करती तो उससे उसका मान और सम्मान भी बढ़ता.